सोने के व्यवसाय को कैसे संभाले ओर सोने का स्टाँक कैसे रखेंॽ
सोने के व्यवसाय में स्टाँक कैसे रखें ओर अकाउंट कैसे करेंॽ
सोने के व्यवसाय में स्टाँक कैसे रखें ओर अकाउंट कैसे करेंॽ
आज हम बात करेंगे गोल्ड ज्वैलरी बिजनेस के मैनेजमेंट के बारे में। बिजनेस चाहे कोई भी हो अगर मैनेजमेंट सही नहीं है, तो वो ज्यादा दिन नहीं चलने वाला। क्योंकि हमें ये पता ही ना हो की हमने कितना व्यापार किया, ओर कितना पैसा व्यापारीऔं को देना है। हमने कितना माल बेचा, ओर कितना माल अभी हमारे पास स्टाँक में हैं। हमें ये भी पता नहीं चलेगा की हमारे पास स्टाँक में क्या है, ओर क्या नही। बिना मैनेजमेंट के आपका व्यापार भी कम होता जाएगा क्योंकि १० में से ५ ग्राहक ऐसे होंगे की उनको जो चाहिए वो चीज आपके पास मिलेगी ही नही। आपको ये भी पता नहीं होगा की आपको पैसे किससे लेने हैं ओर किसको देने है। सोने के व्यवसाय में तो अकाउंट का काम बहुत जरूरी है। बिना हिसाब किताब के आप गोल्ड का बिजनेस नहीं कर सकते।
वजन का स्टाँक कैसे रखेंॽ
एक रजिस्टर ले ओर उसमें ४ खाने बनाए जैसे नीचे वाले फोटो में दिख रहे हैं। पहले खाने में आपके पास जीतना स्टाँक है उतना लिख ले फिर जैसे जैसे नया सोना खरीदी करें उसके नीचे उतारते जाए हर रोज तारीख के साथ। फिर दुसरे खाने में जितना नया सोना बेचते हैं उतना लिखते जाए। उसके बाद तीसरे खाने में जितना जुना सोना आता है ग्राहक का वो लिखें। फिर चौथे खाने में जितना जुना सोना बेचते है वो लिखें। इस तरह से महीने की १ तारीख से ३० तारीख तक लिखते जाए। ओर ३० तारीख को टोटल मार कर जितना नया खरीदा है उसमें से बेचा हुआ घटाकर बाकी बचा अगले महीने के पेज में लें। इसी तरीके से हर महीने करते जाए।
Gold jewellery business management |
लेबल स्टाँक।
अब अपनी दुकान में जितने गेहने हैं उनको लेबल (tag) लगाने हैं। लेबल लगाना इसलिए जरूरी है की हमें ये पता रहे की कौनसी आइटम कितने वजन की है और कब बीकी। इसके अलावा हमें ये भी पता चलता है की कोई आइटम यदि नहीं मिल रही है तो हम ये पता कर सकते हैं कि ये आइटम पहले ही बीक चुकी है या फिर चोरी हुई है। इसके लिए एक अलग रजिस्टर रखें ओर उसमें भी ४ खाने बनाए। पहले खाने में तारीख डाले जिस दिन आइटम को लेबल लगाया है उस दिन की। दुसरे खाने में आइटम का नाम ओर नम्बर डाले जैसे की चेन है तो शॉटकट नाम c.h. उसके बाद नम्बर, जैसे मेने निचे दिए हुए फोटो में डाला है वैसे। तीसरे खाने में वजन ओर चौथे खाने में तारीख डाले जिस दिन आइटम बीकी हो उस दिन की। अब इसमें से आइटम का नाम, नम्बर, ओर वजन उस आइटम के लेबल पर डाले।Gold jewellery business management |
काउंटिंग स्टाँक।
अब दुकान में जितने गेहने है उनकी गिनती रखनी है। जिससे हमें ये पता चलेगा की कोई ग्राहक आइटम देखते देखते चूरा ले ओर हमें ये शंका हो की वाकई में इसने चुराई है या नही। तो हम आइटम गिनकर ताबड़तोड़ पता कर सकते हैं। निचे दिए हुए फोटो में देखकर नग का स्टाँक इस तरह रखें। सबसे पहले सभी आइटमों के नाम लिखकर उनकी संख्या उतार दे। फिर उसके आगे तिन खाने बनाए पहले खाने में जितनी नयी आइटम आती है वो प्लस करें । दूसरे खाने में जितनी आइटम बीकी है वो गटाए ओर तीसरे खाने में जितनी आइटम स्टाँक में बची है वो लिखेंGold jewellery business stock management |
खरीदी ओर बिक्री का ब्यौरा।
अब रोज के व्यापार का ब्यौरा रखने ओर स्टाँक को मेंटेन रखने के लिए एक चोपड़ा रखें। जैसे नीचे वाले फोटो में उदाहरण दिया है वैसे तारीख के साथ रोज एक पेज में एक दिन का हिसाब रखें। अब इसमें जो भी ब्यौरा रोज का है उससे सारे रजिस्टरौ को अपडेट करें। इसी में से वजन वाले रजिस्टर में वजन प्लस माइनस होगा ओर लेबल तथा नग भी इसी के अनुसार जितने बेचते है ओर खरीदते है वो प्लस माइनस होंगे।Gold jewellery selling format |
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